INDIAN BHARTI
इंडियन भर्ती
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8वीं आईएसए असेंबली का सारांश (27 से 30 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली)

भारत सरकार (GoI) ने इंटरनेशनल सोलर एलायंस (ISA) के सहयोग से 8वीं आईएसए असेंबली सत्र का आयोजन 27 से 30 अक्टूबर 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया।

  • इस असेंबली की अध्यक्षता केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने की, जबकि फ्रांस के जलवायु वार्ता हेतु विशेष दूत बेनोइट फेरेको ने सह-अध्यक्ष के रूप में भाग लिया।

  • भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने असेंबली के उद्घाटन सत्र का शुभारंभ किया और समावेशी एवं सतत विकास का आह्वान किया।

  • 8वीं आईएसए असेंबली की प्रमुख विशेषताएँ

    थीम: “वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड” (One Sun, One World, One Grid)

    चीन की सदस्यता:
    आईएसए के महानिदेशक आशीष खन्ना ने घोषणा की कि चीन अब आईएसए में शामिल हो गया है, जिससे संगठन का वैश्विक प्रभाव बढ़ेगा।

आईएसए की प्रमुख पहलें 2025

1. SUNRISE पहल:
भारत सरकार ने Solar Upcycling Network for Recycling, Innovation & Stakeholder Engagement (SUNRISE) पहल की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य सौर ऊर्जा क्षेत्र में पुनर्चक्रण, नवाचार और हितधारकों की भागीदारी को बढ़ावा देना है।

2. OSOWOG पहल:
One Sun, One World, One Grid (OSOWOG) पहल भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) द्वारा शुरू की गई है। इसका लक्ष्य वैश्विक स्तर पर सौर ऊर्जा ग्रिड को जोड़ना है ताकि साफ ऊर्जा को सीमाओं के पार स्थानांतरित किया जा सके — जहाँ अधिशेष सौर ऊर्जा है वहाँ से उन क्षेत्रों तक जहाँ इसकी कमी है।

3. SIDS सोलर प्रोक्योरमेंट प्लेटफॉर्म:
यह प्लेटफॉर्म आईएसए, विश्व बैंक समूह और भारत सरकार के सहयोग से विकसित किया गया। इसका उद्देश्य छोटे द्वीपीय विकासशील देशों (SIDS) को स्वच्छ, सस्ती और टिकाऊ ऊर्जा समाधान प्रदान करना है।
इस अवसर पर SIDS देशों के मंत्रियों और प्रतिनिधिमंडल प्रमुखों ने सहमति ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए।

आईएसए नॉलेज रिपोर्ट्स

असेंबली के दौरान आईएसए की पाँच नॉलेज रिपोर्ट्स जारी की गईं, जिनमें वैश्विक सौर ऊर्जा क्षेत्र को आकार देने वाले प्रमुख रुझानों को उजागर किया गया।

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सामन्वय 2025 के दौरान DRDO ने उद्योग भागीदारों को 12 तकनीकी हस्तांतरण लाइसेंस सौंपे

अक्टूबर 2025 में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने सामन्वय 2025 के उद्घाटन सत्र के दौरान 12 लाइसेंसिंग एग्रीमेंट्स फॉर ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (LAToTs) उद्योग भागीदारों को सौंपे।


ये समझौते आठ स्वदेशी रक्षा उत्पादों से संबंधित हैं। यह दो दिवसीय उद्योग समन्वय कार्यक्रम DRDO के इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन सिस्टम्स (ECS) क्लस्टर द्वारा बेंगलुरु, कर्नाटक में आयोजित किया गया।

 DRDO की तकनीकी हस्तांतरण और उद्योग सहभागिता पहल

  • प्रौद्योगिकियों की श्रेणी:
    हस्तांतरित तकनीकों में इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट्स, लेज़र फोटो-अकूस्टिक स्पेक्ट्रोस्कोपी सिस्टम्स और अन्य रणनीतिक समाधान शामिल हैं।
  • उद्योग सहभागिता:
    कार्यक्रम में 150 से अधिक उद्योग प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSMEs) और स्टार्टअप्स शामिल थे। इससे स्वदेशी रक्षा तकनीकों में उद्योगों की गहरी रुचि प्रदर्शित हुई।

 उद्योग इंटरफेस:
DRDO ने अपने सभी प्रयोगशालाओं और मुख्यालयों में “इंडस्ट्री इंटरैक्शन ग्रुप्स (IIGs)” के गठन की घोषणा की, जिससे उद्योग भागीदारों के साथ सहयोग और सहभागिता को मजबूत किया जा सके।

क्षमता वृद्धि:
LAToT के हस्तांतरण से स्वदेशी तकनीकों को व्यावहारिक रूप से लागू करने और अनुसंधान व बड़े पैमाने पर उत्पादन के बीच की खाई को पाटने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।

नीति के अनुरूपता:
यह पहल संशोधित DRDO ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (ToT) नीति 2025 के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य प्रक्रियाओं को सरल बनाना और MSMEs को सशक्त बनाना है।
इस नीति के अंतर्गत टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड (TDF) के माध्यम से प्रत्येक परियोजना के लिए 50 करोड़ रुपये तक की सहायता प्रदान की जा सकती है।

 रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के बारे में

  • अध्यक्ष: डॉ. समीर वेंकटपति कामत

  • मुख्यालय: नई दिल्ली, दिल्ली

  • स्थापना वर्ष: 1958

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भारत–श्रीलंका कृषि पर प्रथम संयुक्त कार्य समूह (JWG) बैठक नई दिल्ली में आयोजित

अक्टूबर 2025 में भारत और श्रीलंका के बीच कृषि पर प्रथम संयुक्त कार्य समूह (Joint Working Group – JWG) बैठक का आयोजन कृषि भवन, नई दिल्ली में किया गया।

बैठक के दौरान दोनों देशों ने खाद्य एवं पोषण सुरक्षा को मजबूत करने और कृषि क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की अपनी साझा प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया।

बैठक से संबंधित मुख्य जानकारी

  • क्या: भारत–श्रीलंका की पहली संयुक्त कार्य समूह (JWG) बैठक

  • किसके बीच: भारत और श्रीलंका

  • स्थान: कृषि भवन, नई दिल्ली (दिल्ली)

  • सह-अध्यक्ष:

    • डॉ. देवेश चतुर्वेदी, सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (भारत)

    • डी.पी. विक्रमसिंघे, सचिव, कृषि, पशुधन, भूमि एवं सिंचाई मंत्रालय (श्रीलंका)

  • उद्देश्य: कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को सुदृढ़ करना

  • मुख्य फोकस क्षेत्र:

    • कृषि मशीनीकरण

    • जैविक एवं प्राकृतिक खेती

    • बीज क्षेत्र विकास

    • कृषि उद्यमिता

    • कृषि शिक्षा

    • मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन

    • बाजार तक पहुँच

    • जलवायु-संवेदनशील कृषि

बैठक की प्रमुख विशेषताएँ

  • दोनों देशों ने संयुक्त अनुसंधान और क्षमता निर्माण (Capacity Building) के नए अवसरों पर चर्चा की।

  • बैठक में डिजिटल कृषि, फसल बीमा, और कृषि स्टार्टअप्स जैसे नवाचारों को भी शामिल किया गया।

  • श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल ने बैठक के बाद भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), पूसा, नई दिल्ली का दौरा किया, जहाँ उन्होंने भारत की कृषि अनुसंधान एवं नवाचार प्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की।

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टोशिबा ने पावरग्रिड को भारत का पहला 220 kV मोबाइल जीआईएस सिस्टम सौंपा

अक्टूबर 2025 में टोशिबा ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (TTDI) — जो कि टोशिबा समूह की कंपनी है — ने भारत में निर्मित पहला 220 किलोवोल्ट (kV) मोबाइल गैस इंसुलेटेड स्विचगियर (m-GIS) सिस्टम पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (POWERGRID) को सौंपा। यह परियोजना ऊर्जा मंत्रालय (MoP) के अंतर्गत पूरी की गई।

प्रमुख जानकारी

  • क्या: भारत का पहला 220 kV मोबाइल गैस-इंसुलेटेड स्विचगियर (m-GIS) सिस्टम

  • निर्माता: Toshiba TTDI

  • खरीददार (प्रोक्योरर): POWERGRID

  • लॉन्च स्थान: TTDI का विनिर्माण संयंत्र, रुद्राराम, तेलंगाना

  • उद्देश्य: कॉम्पैक्ट, विश्वसनीय और उच्च वोल्टेज वितरण समाधान प्रदान करना

  • आगामी डिलीवरी:

    • 132 kV m-GIS – नवंबर 2025 में

    • 400 kV m-GIS – अगस्त 2026 में

220 kV m-GIS सिस्टम के बारे में

डिज़ाइन एवं विकास:


यह सिस्टम TTDI द्वारा POWERGRID की पहल के तहत विकसित किया गया है। इसे POWERGRID की विशिष्टताओं के अनुसार तैयार किया गया है और इसमें “कनेक्ट–डिसकनेक्ट–रीडिप्लॉय” (Connect–Disconnect–Redeploy) मॉड्यूलर डिज़ाइन अपनाया गया है, जिससे इसे जल्दी से स्थापित और स्थानांतरित किया जा सके।

उद्देश्य:
यह एक कॉम्पैक्ट और अत्यधिक विश्वसनीय प्रणाली है जो सुरक्षित और कुशल उच्च-वोल्टेज विद्युत वितरण के लिए बनाई गई है। यह सीमित स्थान वाले या आपातकालीन बहाली (Emergency Restoration) के लिए आदर्श समाधान है।

कार्य:
m-GIS प्रणाली तेज़ी से ग्रिड पुनर्स्थापन, अस्थायी बिजली निकासी (Power Evacuation) और सबस्टेशन विस्तार में मदद करती है — वह भी न्यूनतम बुनियादी ढांचे और समय के साथ।

महत्व:
यह प्रणाली भारत के विद्युत ग्रिड की लचीलापन (Flexibility), संकट-प्रतिकारक क्षमता (Resilience) और आपदा तैयारी (Disaster Readiness) को बढ़ाती है। यह भारत के आत्मनिर्भर और मजबूत बिजली प्रसारण नेटवर्क की दिशा में एक अहम कदम है।

भविष्य की योजनाएँ:
TTDI जल्द ही 132 kV m-GIS प्रणाली (नवंबर 2025) और भारत की पहली 400 kV m-GIS प्रणाली (अगस्त 2026) प्रदान करेगा।

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भारत की स्थापित बिजली क्षमता 500 GW पार, नवीकरणीय ऊर्जा ने कुल मांग का 50% पूरा किया

अक्टूबर 2025 में ऊर्जा मंत्रालय (Ministry of Power – MoP) ने घोषणा की कि भारत की कुल स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता ने 500 गीगावाट (GW) का ऐतिहासिक आँकड़ा पार कर लिया है।
30 सितंबर 2025 तक यह क्षमता 500.89 GW पहुँच गई — जो भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

मुख्य जानकारी

  • क्या: भारत की स्थापित बिजली क्षमता 500 GW पार, नवीकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति 50% से अधिक

  • घोषणा की: ऊर्जा मंत्रालय (MoP) द्वारा

  • जीवाश्म ईंधन आधारित क्षमता: 244.80 GW (49%)

  • गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित क्षमता: 256.09 GW (51%)

    • सौर ऊर्जा: 127.33 GW

    • पवन ऊर्जा: 53.12 GW

  • नई क्षमता वृद्धि:

    • गैर-जीवाश्म स्रोतों से: 28 GW

    • जीवाश्म स्रोतों से: 5.1 GW

  • महत्त्व: भारत ने COP26 पंचामृत लक्ष्य — “2030 तक 50% स्थापित बिजली क्षमता गैर-जीवाश्म स्रोतों से प्राप्त करना” — 5 वर्ष पहले ही हासिल कर लिया।

भारत की कुल बिजली क्षमता का विवरण

गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोत:
भारत की नवीकरणीय, जल और परमाणु ऊर्जा सहित गैर-जीवाश्म स्रोतों पर आधारित क्षमता 256.09 GW तक पहुँच गई है, जो देश की कुल स्थापित क्षमता का लगभग 51% है।

जीवाश्म ईंधन स्रोत:
शेष 244.80 GW (49%) क्षमता कोयला, लिग्नाइट, गैस और डीज़ल जैसे पारंपरिक स्रोतों से प्राप्त होती है।

सौर ऊर्जा:
नवीकरणीय ऊर्जा (RE) क्षेत्र में सौर ऊर्जा सबसे आगे है — 127.33 GW के साथ, जबकि पवन ऊर्जा 53.12 GW है।
अन्य नवीकरणीय स्रोतों में छोटे जल विद्युत संयंत्र, बायोमास, और वेस्ट-टू-एनर्जी परियोजनाएँ शामिल हैं।

क्षमता वृद्धि (FY 2025-26)

अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच भारत ने:

  • 28 GW गैर-जीवाश्म स्रोतों से

  • और 5.1 GW जीवाश्म स्रोतों से क्षमता जोड़ी।

रिकॉर्ड उपलब्धि – 29 जुलाई 2025

इस दिन भारत ने अपना अब तक का सर्वाधिक नवीकरणीय ऊर्जा हिस्सा दर्ज किया —
नवीकरणीय ऊर्जा ने 203 GW की कुल बिजली मांग का 51.5% आपूर्ति की।

इसमें योगदान रहा:

  • सौर ऊर्जा: 44.50 GW

  • पवन ऊर्जा: 29.89 GW

  • जल विद्युत: 30.29 GW

यह प्रदर्शन अनुकूल मौसम और जलाशयों में पर्याप्त जल उपलब्धता के कारण संभव हुआ।

ऊर्जा मंत्रालय के बारे में

  • केंद्रीय मंत्री: मनोहर लाल खट्टर (सांसदीय क्षेत्र – करनाल, हरियाणा)

  • राज्य मंत्री (MoS): श्रीपाद येसो नाइक (सांसदीय क्षेत्र – नॉर्थ गोवा, गोवा)

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Dictionary.com ने “67” को वर्ष 2025 का वर्ड ऑफ द ईयर घोषित किया

अक्टूबर 2025 में Dictionary.com ने “67 (सिक्स–सेवन)” को वर्ष 2025 का वर्ड ऑफ द ईयर (Word of the Year) घोषित किया।
यह चयन ऑनलाइन संस्कृति के वायरल ह्यूमर और अराजकता (chaos) को दर्शाता है।

 

प्रमुख जानकारी

  • क्या: “67” (सिक्स–सेवन) को वर्ड ऑफ द ईयर घोषित किया गया

  • घोषित किया गया द्वारा: Dictionary.com

  • उच्चारण: Six–Seven (सिक्स–सेवन)

  • निर्माण किया गया द्वारा: Gen Alpha (युवा पीढ़ी)

  • उद्देश्य: हर साल का यह चयन एक “भाषाई टाइम कैप्सूल” की तरह काम करता है, जो उस वर्ष के सामाजिक रुझानों और वैश्विक घटनाओं को दर्शाता है।

‘67’ शब्द के बारे में

शब्द:
“Six Seven” (सिक्स–सेवन, न कि सिक्स्टी–सेवन) एक इंटरनेट ट्रेंड बन गया है, जो गीत के बोल, मीम और युवा स्लैंग को मिलाकर एक वायरल अभिव्यक्ति में बदल गया है।

उत्पत्ति (Origin):
यह ट्रेंड Skrilla के गीत “Doot Doot (6 7)” से शुरू हुआ, जिसमें 6 7, 6-7, या six-seven जैसे संस्करणों का प्रयोग किया गया।

प्रभाव (Impact):
Gen Alpha के लिए “67” एक इनसाइड जोक (Inside Joke) या गुप्त संकेत (Secret Code) की तरह है, जबकि अन्य लोगों के लिए यह डिजिटल युग में भाषा के तेज़ी से बदलते स्वरूप को दर्शाता है।

अर्थ (Meaning):
“67” का अर्थ “ठीक-ठाक” या “शायद” होता है — इसे अक्सर खेलपूर्ण हाथ के इशारे (Playful Hand Gesture) के साथ दिखाया जाता है।
हालाँकि, अधिकतर लोग इसे मज़ाक या मनोरंजन के रूप में ही इस्तेमाल करते हैं।

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रिलायंस ने गूगल के साथ मिलकर भारत की एआई इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और इसकी पहुँच बढ़ाने के लिए साझेदारी की

अक्टूबर 2025 में रिलायंस इंटेलिजेंस लिमिटेड (Reliance Intelligence Limited) — जो रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की सहायक कंपनी है — ने गूगल (Google) के साथ एक रणनीतिक साझेदारी (Strategic Partnership) की घोषणा की।
इसका उद्देश्य भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को तेजी से अपनाना और उन्नत एआई टूल्स की पहुँच उपभोक्ताओं, उद्यमों और डेवलपर्स तक बढ़ाना है।

 

प्रमुख जानकारी

  • क्या: रिलायंस और गूगल के बीच एआई साझेदारी की घोषणा

  • किसके बीच: रिलायंस इंटेलिजेंस लिमिटेड (RIL समूह) और गूगल

  • उद्देश्य: भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को अपनाने को प्रोत्साहित करना

  • दृष्टि: RIL की “AI for All” विज़न के अनुरूप

  • मुख्य पहलें:

    1. Jio Google Gemini Offer

    2. TPU (Tensor Processing Units) एक्सेस का विस्तार

    3. Gemini Enterprise प्लेटफॉर्म

Jio–Google Gemini ऑफर

  • पात्रता: Jio उपयोगकर्ता जिनकी आयु 18 से 25 वर्ष के बीच है

  • मुख्य लाभ: Google Gemini 2.5 Pro मॉडल का निःशुल्क उपयोग

  • अवधि: 18 महीने

  • ऑफर की कुल मूल्य: प्रति उपयोगकर्ता ₹35,100

विवरण:
इस रणनीतिक साझेदारी के तहत Google अपने नवीनतम Google Gemini मॉडल के साथ AI Pro Plan लॉन्च करेगा, जिसकी कीमत ₹35,100 प्रति उपयोगकर्ता है।
जो Jio उपयोगकर्ता अनलिमिटेड 5G प्लान पर हैं और जिनकी आयु 18–25 वर्ष है, उन्हें 18 महीनों तक Gemini 2.5 Pro मॉडल का मुफ़्त एक्सेस मिलेगा।

अतिरिक्त सुविधाएँ:

  • Nano Banana और Veo 3.1 मॉडल्स के ज़रिए बेहतर इमेज और वीडियो जनरेशन सीमा

  • Notebook LM तक विस्तारित पहुँच – अध्ययन एवं शोध के लिए

  • अन्य AI-सक्षम टूल्स और सेवाओं का लाभ

TPUs तक पहुँच का विस्तार

रिलायंस इंटेलिजेंस ने Google Cloud के साथ मिलकर Tensor Processing Units (TPUs) तक पहुँच बढ़ाने की पहल की है।
ये TPUs एआई मॉडल्स के प्रशिक्षण के लिए उपयोग होने वाले विशेष चिप्स हैं, जो उन्नत कंप्यूटिंग क्षमताएँ प्रदान करते हैं।

 

Gemini Enterprise प्लेटफॉर्म

उद्यमों (Enterprises) के लिए, रिलायंस इंटेलिजेंस Google Cloud के Gemini Enterprise प्लेटफॉर्म को बढ़ावा देगी —
यह एक एकीकृत एआई प्लेटफॉर्म है जो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (SMEs) को AI एजेंट्स को सुरक्षित रूप से बनाने, साझा करने और लागू करने की सुविधा देगा।

स्थानीय उपयोग हेतु समाधान:
इस साझेदारी के तहत रिलायंस इंटेलिजेंस रिटेल, वित्त, और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप एआई एजेंट्स विकसित करेगी जिन्हें सीधे इस प्लेटफॉर्म से लागू किया जा सकेगा।

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JGBS और GIM को मिला AACSB इंटरनेशनल मान्यता (Accreditation)

अक्टूबर 2025 में हरियाणा स्थित जिंदल ग्लोबल बिजनेस स्कूल (JGBS) — जो ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) का हिस्सा है — और गोवा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (GIM) को AACSB इंटरनेशनल (Association to Advance Collegiate Schools of Business) की मान्यता प्रदान की गई।
इस उपलब्धि के साथ दोनों संस्थान दुनिया के शीर्ष 6% बिजनेस स्कूलों और भारत के शीर्ष 1% संस्थानों में शामिल हो गए हैं, जिनके पास यह प्रतिष्ठित मान्यता है।

प्रमुख जानकारी

  • क्या: AACSB इंटरनेशनल मान्यता (Accreditation) प्राप्त

  • किसे प्रदान की गई:

    • जिंदल ग्लोबल बिजनेस स्कूल (JGBS)

    • गोवा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (GIM)

  • महत्त्व:

    • ये संस्थान अब उन चुनिंदा 6% वैश्विक और 1% भारतीय बिजनेस स्कूलों में शामिल हैं जिन्हें AACSB मान्यता प्राप्त है।

AACSB इंटरनेशनल के बारे में

सारांश:
AACSB (Association to Advance Collegiate Schools of Business) दुनिया का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित बिजनेस एजुकेशन अलायंस है, जिसका मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) में है।
यह संस्था उन बिजनेस स्कूलों को मान्यता देती है जो प्रबंधन शिक्षा में सर्वोच्च वैश्विक मानकों को बनाए रखते हैं।

मान्यता प्रक्रिया

AACSB की मान्यता प्रक्रिया अत्यंत कठोर और बहु-वर्षीय (Multi-Year) होती है, जिसमें समान संस्थानों द्वारा पीयर रिव्यू (Peer Review) किया जाता है।
इस प्रक्रिया में बिजनेस स्कूलों का मूल्यांकन निम्नलिखित प्रमुख मानदंडों पर किया जाता है —

  • शिक्षण गुणवत्ता (Teaching Quality)

  • अनुसंधान प्रभाव (Research Impact)

  • सामाजिक योगदान (Societal Contribution)

  • छात्र अधिगम परिणाम (Student Learning Outcomes)

  • संस्थानिक ईमानदारी और सतत सुधार (Institutional Integrity & Continuous Improvement)

वैश्विक और राष्ट्रीय स्थिति

दुनिया भर के केवल 6% बिजनेस स्कूलों और भारत के केवल 1% संस्थानों को ही यह AACSB मान्यता प्राप्त है।
यह मान्यता प्रबंधन शिक्षा की उत्कृष्टता और वैश्विक प्रतिष्ठा का प्रतीक मानी जाती है।

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ग्लोबल फाइनेंस ने SBI को दिया “वर्ल्ड्स बेस्ट कंज्यूमर बैंक 2025” और “बेस्ट बैंक इन इंडिया 2025” का सम्मान

अक्टूबर 2025 में, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) को ग्लोबल फाइनेंस — जो न्यूयॉर्क (अमेरिका) स्थित एक अग्रणी वित्तीय प्रकाशन है — द्वारा “World’s Best Consumer Bank 2025” और “Best Bank in India 2025” के खिताब से सम्मानित किया गया।

प्रमुख जानकारी

  • पुरस्कार शीर्षक: वर्ल्ड्स बेस्ट कंज्यूमर बैंक 2025 और बेस्ट बैंक इन इंडिया 2025

  • प्रदानकर्ता संस्था: Global Finance Magazine

  • पुरस्कार प्राप्तकर्ता: State Bank of India (SBI)

  • पुरस्कार समारोह स्थल: वॉशिंगटन डी.सी., संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)

  • अवसर: IMF–World Bank Annual Meetings

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मुख्य झलकियां

पुरस्कार समारोह:
यह समारोह अमेरिका के वॉशिंगटन डी.सी. में आयोजित हुआ, जो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक (World Bank) की वार्षिक बैठकों के साथ आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर विश्वभर के शीर्ष बैंकों को उनके प्रदर्शन और नवाचार के लिए सम्मानित किया गया।

SBI की विशेषताएं:

  • SBI का ग्राहक आधार 520 मिलियन (52 करोड़) से अधिक है, जिससे यह दुनिया के सबसे बड़े कंज्यूमर नेटवर्क्स में से एक है।

  • बैंक प्रतिदिन लगभग 65,000 नए ग्राहकों को जोड़ता है, जिनमें से अधिकांश ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों से आते हैं।

YONO ऐप – डिजिटल परिवर्तन की दिशा में अग्रणी

SBI ने 2017 में YONO (You Only Need One) ऐप लॉन्च किया था, जिसका उद्देश्य बैंकिंग, जीवनशैली, और ई-कॉमर्स सेवाओं को एक ही डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लाना था।

  • यह SBI की “Digital First, Consumer First” पहल का प्रमुख हिस्सा है।

  • वर्तमान में यह ऐप 100 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं को सेवा प्रदान करता है, जिनमें से 10 मिलियन दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता (Daily Active Users) हैं।

 स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के बारे में

  • स्थापना: 1 जुलाई 1955

  • मुख्यालय: मुंबई, महाराष्ट्र

  • अध्यक्ष: श्री चल्ला श्रीनिवासुलु सेटी

  • टैगलाइन: Pure Banking, Nothing Else

  • इतिहास:
    SBI की शुरुआत बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बॉम्बे, और बैंक ऑफ मद्रास के विलय से बनी Imperial Bank of India (1921) से हुई थी।
    बाद में, 1955 में इसका राष्ट्रीयकरण किया गया और इसे State Bank of India नाम दिया गया।

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न्यायमूर्ति सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI); 24 नवम्बर 2025 को लेंगे शपथ

अक्टूबर 2025 में न्याय विभाग (Department of Justice – DoJ), विधि एवं न्याय मंत्रालय (MoL&J) ने घोषणा की कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट (SC) के वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India – CJI) के रूप में नियुक्त किया है। यह नियुक्ति भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124(2) के तहत की गई है।

 

प्रमुख जानकारी

  • नियुक्त पद: भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI)

  • नियुक्ति की घोषणा: न्याय विभाग (DoJ), विधि एवं न्याय मंत्रालय द्वारा

  • नियुक्त करने वाली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

  • कार्यभार ग्रहण की तिथि: 24 नवम्बर 2025

  • पूर्ववर्ती (जिसका स्थान लेंगे): न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण (बी.आर.) गवई

  • सेवानिवृत्ति तिथि: 9 फरवरी 2027 (65 वर्ष की आयु पूरी होने पर)

  • विशेषता: हरियाणा से पहले मुख्य न्यायाधीश बनने वाले व्यक्ति

 

न्यायमूर्ति सूर्यकांत के बारे में

प्रारंभिक वकालत:
न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने अपने गृह नगर हिसार (हरियाणा) की जिला अदालत से 1984 में वकालत शुरू की।
इसके बाद वे 1985 में चंडीगढ़ स्थित पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में स्थानांतरित हुए।

सबसे कम उम्र के एडवोकेट जनरल:
7 जुलाई 2000 को मात्र 38 वर्ष की आयु में वे हरियाणा के सबसे युवा महाधिवक्ता (Advocate General) बने।
मार्च 2001 में उन्हें सीनियर एडवोकेट का दर्जा प्राप्त हुआ।

न्यायिक करियर:

  • जनवरी 2004 में उन्हें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया।

  • 5 अक्टूबर 2018 को उन्हें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice) के रूप में नियुक्त किया गया।

  • 24 मई 2019 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया।

NALSA (राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण):

  • वे 2007 से 2011 तक NALSA की संचालन समिति के सदस्य रहे।

  • 24 मई 2025 से, वे NALSA के कार्यकारी अध्यक्ष (Executive Chairman) के रूप में कार्यरत हैं।

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प्रवाइग ने रक्षा संचालन हेतु भारत का पहला डिफेंस ईवी ‘वीर (VEER)’ पेश किया

अक्टूबर 2025 में प्रवाइग डायनेमिक्स प्राइवेट लिमिटेड (Pravaig Dynamics Pvt. Ltd.) ने VEER, एक इलेक्ट्रिक टैक्टिकल ऑल-टेरेन व्हीकल (ETATV) का अनावरण किया, जिसे विशेष अभियानों, टोही (reconnaissance) और अग्रिम गश्ती मिशनों के लिए विकसित किया गया है।

• यह भारत का पहला रक्षा इलेक्ट्रिक वाहन (Defence-EV) है और इसे विश्व के पहले परिचालनिक (operational) इलेक्ट्रिक टैक्टिकल वाहनों में से एक माना जा रहा है।
क्या? VEER EV का अनावरण
निर्माता: प्रवाइग डायनेमिक्स प्राइवेट लिमिटेड
महत्व: भारत का पहला रक्षा ईवी
क्षमता: दोहरे इलेक्ट्रिक मोटर के साथ 620 Nm टॉर्क
मान्यता प्राप्त: iDEX कार्यक्रम द्वारा

VEER के बारे में

पावरट्रेन: इसमें दो इलेक्ट्रिक मोटर लगे हैं जो ऑल-व्हील-ड्राइव सिस्टम प्रदान करते हैं। यह लगभग 408 हॉर्सपावर (hp) और 620 न्यूटन-मीटर (Nm) का टॉर्क उत्पन्न करती है।

बैटरी और रेंज: यह वाहन लगभग 90.9 किलोवॉट-घंटे (kWh) की बैटरी पैक से संचालित होता है, जो एक बार चार्ज करने पर 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर सकता है।

चार्जिंग: इसे 0% से 80% तक चार्ज होने में लगभग 30 मिनट का समय लगता है, जिससे यह फील्ड में तुरंत उपयोग के लिए तैयार हो जाता है।

पेलोड क्षमता: यह वाहन लगभग 690 किलोग्राम का भार वहन कर सकता है और 2,500 किलोग्राम तक टो कर सकता है।

मान्यता: इस वाहन ने रक्षा मंत्रालय (MoD) के Innovations for Defence Excellence (iDEX) कार्यक्रम के अंतर्गत मान्यता प्राप्त की है और सफल सैन्य परीक्षण पूरे किए हैं।

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गूगल के ‘Willow’ चिप ने हासिल की पहली सत्यापित क्वांटम एडवांटेज — क्वांटम कंप्यूटिंग में ऐतिहासिक सफलता

अक्टूबर 2025 में गूगल (Google) ने घोषणा की कि उसका ‘Willow’ क्वांटम प्रोसेसर ने विश्व का पहला सत्यापित (Verifiable) क्वांटम एडवांटेज हासिल किया है। यह उपलब्धि क्वांटम कंप्यूटिंग के वास्तविक उपयोग की दिशा में एक बड़ा कदम है।

• यह परिणाम ब्रिटिश साप्ताहिक वैज्ञानिक जर्नल Nature में Google Quantum AI और उसके सहयोगियों द्वारा प्रकाशित किया गया।
क्या? गूगल के Willow चिप ने पहला सत्यापित क्वांटम एडवांटेज प्राप्त किया
प्रकाशित किया गया: Nature जर्नल में
एल्गोरिद्म: Quantum Echoes (Out-of-Time-Ordered Correlator – OTOC)
गति: पारंपरिक (classical) एल्गोरिद्म की तुलना में 13,000 गुना तेज़
सत्यापन: परिणाम अन्य क्वांटम कंप्यूटरों द्वारा दोहराए जा सकते हैं

 

सत्यापित क्वांटम एडवांटेज (Verifiable Quantum Advantage) के बारे में

सत्यापन क्षमता (Verifiability):
इस खोज का परिणाम सत्यापित और पुनरुत्पादनीय (repeatable) है, क्योंकि इसे अन्य क्वांटम कंप्यूटरों या प्रयोगों द्वारा स्वतंत्र रूप से सत्यापित किया जा सकता है। यह व्यावहारिक क्वांटम कंप्यूटिंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

एल्गोरिद्म (Algorithm):
यह खोज Quantum Echoes नामक नए एल्गोरिद्म पर आधारित है, जो Out-of-Time-Ordered Correlator (OTOC) नामक विशेष क्वांटम मापन तकनीक का उपयोग करता है।
इससे क्वांटम सिस्टम में सूचना प्रवाह का अध्ययन किया जा सकता है — और यह पारंपरिक सुपरकंप्यूटरों की तुलना में लगभग 13,000 गुना तेज़ है।

कार्य (Function):
Quantum Echoes एल्गोरिद्म न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस (NMR) तकनीक का उपयोग करके अणुओं (molecules) में परमाणुओं की परस्पर क्रियाओं को समझाने में सक्षम है।

संभावित उपयोग (Potential Applications):
यह तकनीक भविष्य में दवा निर्माण (drug discovery), नई सामग्री विज्ञान (materials science) और जटिल प्रणालियों जैसे अणु एवं चुंबक संरचनाओं के अध्ययन में उपयोगी सिद्ध हो सकती है।

महत्व (Significance):
यह खोज क्वांटम कंप्यूटिंग को वास्तविक जीवन के वैज्ञानिक अनुप्रयोगों की ओर ले जाने वाला एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसने पहली बार यह साबित किया है कि क्वांटम कंप्यूटर किसी वास्तविक वैज्ञानिक कार्य में पारंपरिक सुपरकंप्यूटरों से अधिक तेज़ और सक्षम हो सकते हैं।

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तमिलनाडु के 16 वर्षीय इलमपार्थी ए.आर. बने भारत के 90वें शतरंज ग्रैंडमास्टर (GM)

30 अक्टूबर 2025 को चेन्नई, तमिलनाडु (TN) के 16 वर्षीय इलमपार्थी अवलपोंडुरई रविकुमार (Ilamparthi Avalpoondurai Ravikumar) ने बोस्निया और हर्जेगोविना (यूरोप) के बिजेलजिना टूर्नामेंट में अपनी अंतिम जीएम नॉर्म (GM Norm) पूरी करके भारत के 90वें शतरंज ग्रैंडमास्टर (GM) बनने का गौरव प्राप्त किया।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) रेटिंग में 2518 अंक हासिल किए (अक्टूबर 2025 तक)।

क्या? भारत के 90वें शतरंज ग्रैंडमास्टर (GM)
कौन? इलमपार्थी ए.आर.
कहां से? चेन्नई, तमिलनाडु (TN)
कहां उपलब्धि हासिल की? बिजेलजिना टूर्नामेंट, बोस्निया और हर्जेगोविना, यूरोप
FIDE रेटिंग: 2518 (अक्टूबर 2025 तक)
महत्व: तमिलनाडु के 35वें ग्रैंडमास्टर बने

इलमपार्थी ए.आर. के बारे में

GM बनने की यात्रा:
इलमपार्थी ने अपनी पहली GM नॉर्म 2023 में हनोई टूर्नामेंट (वियतनाम) में हासिल की, और दूसरी नॉर्म 2024 में सिंगापुर इंटरनेशनल ओपन में प्राप्त की।
रिल्टन कप 2024–25 के दौरान उन्होंने 2500 Elo रेटिंग को पार किया और फिर बोस्निया टूर्नामेंट में अंतिम नॉर्म प्राप्त कर ग्रैंडमास्टर का खिताब जीता।

पूर्व उपलब्धियाँ:
इलमपार्थी की शतरंज यात्रा कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों से भरी रही है —
विश्व युवा शतरंज चैम्पियनशिप (U-14) 2022 के विजेता
WR Chess Masters Juniors 2023 के चैंपियन
वेलामल MHS स्कूल को 2025 में टीम गोल्ड दिलाया
• 2023 में उन्होंने IM (International Master) का खिताब भी हासिल किया (Under-8 कैटेगरी में) जब उनकी FIDE रेटिंग 2400 के पार पहुंची।

 

भारत के ग्रैंडमास्टर माइलस्टोन्स

विश्वनाथन आनंद (1988) – भारत के पहले ग्रैंडमास्टर; बाद में देश के पहले विश्व शतरंज चैंपियन बने।
कोनेरू हम्पी (2002) – भारत की पहली महिला ग्रैंडमास्टर; उन्होंने मात्र 15 वर्ष की उम्र में यह उपाधि पाई और उस समय की सबसे कम उम्र की महिला GM बनीं।

 

FIDE द्वारा ग्रैंडमास्टर (GM) बनने के मापदंड

तीन GM नॉर्म्स (Norms):
खिलाड़ी को FIDE-अनुमोदित टूर्नामेंटों में शीर्ष स्तर के खिलाड़ियों के विरुद्ध उत्कृष्ट प्रदर्शन करना होता है।

2500 Elo रेटिंग:
खिलाड़ी के करियर में किसी भी समय कम से कम 2500 FIDE रेटिंग प्राप्त होनी चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट:
ये नॉर्म्स ऐसे टूर्नामेंटों में मिलने चाहिए जिनमें विभिन्न देशों के खिलाड़ी भाग लें।

प्रदर्शन रेटिंग (Performance Rating):
प्रत्येक नॉर्म में खिलाड़ी का प्रदर्शन स्तर 2600 या उससे अधिक होना आवश्यक है।

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पूर्व भारतीय हॉकी गोलकीपर मैनुअल फ्रेडरिक का निधन

31 अक्टूबर 2025 को भारत के पूर्व हॉकी गोलकीपर मैनुअल फ्रेडरिक (Manuel Frederick) का बेंगलुरु (कर्नाटक) में 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
उन्होंने 1972 म्यूनिख ओलंपिक (जर्मनी) में भारत को कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

क्या? मैनुअल फ्रेडरिक का निधन
पेशा: पूर्व भारतीय हॉकी गोलकीपर
उपनाम: टाइगर (Tiger)
ओलंपिक उपलब्धि: 1972 म्यूनिख ओलंपिक में कांस्य पदक
महत्त्व: ओलंपिक पदक जीतने वाले केरल के पहले खिलाड़ी
अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट: 1973 वर्ल्ड कप (नीदरलैंड्स) – रजत पदक, और 1978 वर्ल्ड कप (अर्जेंटीना)
सेवानिवृत्ति: 1979
पुरस्कार: मेजर ध्यानचंद पुरस्कार (2019)
जन्म: 20 अक्टूबर 1947, बरनास्सेरी, कन्नूर (केरल)

मैनुअल फ्रेडरिक के बारे में

खेल यात्रा:
उन्होंने अपने स्कूल जीवन में कन्नूर (केरल) में फुटबॉल से खेल की शुरुआत की। बाद में वे बेंगलुरु की आर्मी स्कूल स्पोर्ट्स कंपनी से जुड़े, जहाँ उन्होंने हॉकी को अपनाया और सर्विसेज टीम के लिए खेलते हुए तेजी से आगे बढ़े।

अंतरराष्ट्रीय पदार्पण:
उन्होंने 1971 में भारत की ओर से अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया और 1972 म्यूनिख ओलंपिक में भारत के मुख्य गोलकीपर के रूप में खेला।

राष्ट्रीय करियर:
लगभग 7 वर्षों के अपने राष्ट्रीय करियर में उन्होंने अपनी तेज़ रिफ्लेक्स, पेनल्टी स्ट्रोक बचाने की क्षमता और निडर खेल शैली से प्रसिद्धि पाई।

हॉकी विश्व कप:
उन्हें उनके निडर और स्वाभाविक खेल के कारण “टाइगर” कहा जाता था।
उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व 1973 हॉकी विश्व कप (नीदरलैंड्स) में किया, जहाँ भारत ने रजत पदक जीता, और फिर 1978 विश्व कप (अर्जेंटीना) में भी हिस्सा लिया।

सेवानिवृत्ति के बाद:
उन्होंने 1979 में हॉकी से संन्यास लिया और इसके बाद आर्मी सर्विस कॉर्प्स (ASC), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स स्पोर्टिंग क्लब लिमिटेड (HAL) तथा मोहन बागान क्लब के लिए खेलते हुए भारतीय हॉकी को सहयोग देना जारी रखा।

सम्मान:
2019 में उन्हें हॉकी में उनके आजन्म योगदान के लिए मेजर ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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साहित्य अकादमी ने जारी किया लिथुआनियाई उपन्यास “The Last Day” का हिंदी अनुवाद “अंतिम दिन”

अक्टूबर 2025 में साहित्य अकादमी (संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत) ने लिथुआनियाई उपन्यास “The Last Day” का हिंदी अनुवाद “अंतिम दिन” के रूप में जारी किया।
यह कार्यक्रम रवींद्र भवन, नई दिल्ली में लिथुआनिया के दूतावास के सहयोग से आयोजित किया गया।

क्या? “The Last Day” का हिंदी अनुवाद जारी
शीर्षक: “अंतिम दिन”
मूल लेखक: लिथुआनियाई-यूक्रेनी लेखक यारोस्लावास मेल्निकास (Jaroslavas Melnikas)
अनुवादक: डॉ. पूनम तिवारी
प्रकाशक: साहित्य अकादमी
सहयोग: लिथुआनिया दूतावास
महत्त्व: यह पहला लिथुआनियाई उपन्यास है जिसका अनुवाद हिंदी में किया गया है।

 

उपन्यास “अंतिम दिन” के बारे में

  • मील का पत्थर: “अंतिम दिन” का हिंदी अनुवाद एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, क्योंकि यह लिथुआनिया का पहला कथा साहित्य है जिसे हिंदी में अनूदित किया गया।

  • विषय: उपन्यास अस्तित्व, परिवर्तन, संस्कृति और पहचान जैसे गहन मानवीय विषयों पर केंद्रित है, जो लिथुआनियाई साहित्य को भारतीय पाठकों से जोड़ता है।

  • महत्त्व: यह अनुवाद भारत और लिथुआनिया के सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाता है और साहित्य अकादमी के उस प्रयास को दर्शाता है जिसमें विश्व साहित्य को भारतीय भाषाओं में बढ़ावा दिया जा रहा है।

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विश्व नगर दिवस (World Cities Day) 2025 – 31 अक्टूबर

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) द्वारा प्रत्येक वर्ष 31 अक्टूबर को विश्व नगर दिवस (World Cities Day – WCD) मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य शहरीकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना, अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना, और सतत शहरी विकास (Sustainable Urban Development) को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम: विश्व नगर दिवस 2025
कब: 31 अक्टूबर
2025 का विषय (Theme): “People-Centred Smart Cities”
सामान्य विषय (General Theme): “Better City, Better Life”
स्थापना द्वारा: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के प्रस्ताव A/RES/68/239 (27 दिसंबर 2013)
पहला आयोजन: 31 अक्टूबर 2014
2025 आयोजन स्थल: बोगोटा, कोलंबिया (Bogotá, Colombia)
यह आयोजन ‘Urban October’ का समापन दिवस है, जिसकी शुरुआत विश्व आवास दिवस (World Habitat Day) से अक्टूबर के पहले सोमवार को होती है।

 

2025 का विषय – “People-Centred Smart Cities”

  • यह विषय इस बात पर केंद्रित है कि कैसे प्रौद्योगिकी (Technology), डेटा-आधारित निर्णय (Data-driven decisions) और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने में किया जा सकता है।

  • इसका उद्देश्य मानव-केंद्रित स्मार्ट शहरों (People-Centred Smart Cities) का निर्माण करना है, जो सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित, समावेशी और टिकाऊ जीवन सुनिश्चित करें।

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राष्ट्रीय एकता दिवस (Rashtriya Ekta Diwas) 2025 – 31 अक्टूबर

राष्ट्रीय एकता दिवस या Rashtriya Ekta Diwas हर वर्ष 31 अक्टूबर को मनाया जाता है, ताकि भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती का स्मरण किया जा सके।
31 अक्टूबर 2025 को सरदार पटेल की 150वीं जयंती मनाई गई।

घोषणा: 2014 में भारत सरकार (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में) ने निर्णय लिया कि 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
पहला आयोजन: 31 अक्टूबर 2014 को पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया।

 

2025 के आयोजन

  • कार्यक्रम स्थल: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, एकता नगर, गुजरात

  • समन्वयक विभाग: कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT), कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय (MoPP&P)

  • नेतृत्व: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया (गुजरात) में विशाल एकता परेड (Unity Parade) का नेतृत्व किया और राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ (Pledge) दिलाई।

  • रिलीज: प्रधानमंत्री ने ₹150 का स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया, जो सरदार पटेल की 150वीं जयंती को समर्पित था।

  • सम्मान: 31 अक्टूबर 2025 को गृह मंत्रालय (MHA) ने घोषणा की कि 1,466 कर्मियों को केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक (Kendriya Grihmantri Dakshata Padak) प्रदान किया गया।

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