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भारत समुद्री सप्ताह 2025 का सारांश (भाग – I)
आयोजन अवधि: 27 से 31 अक्टूबर, 2025
स्थान: मुंबई, महाराष्ट्र
भारत समुद्री सप्ताह (India Maritime Week – IMW) 2025 का आयोजन भारतीय बंदरगाह संघ (Indian Ports Association – IPA) द्वारा किया गया और पोत, नौवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय (Ministry of Ports, Shipping, and Waterways – MoPSW) द्वारा मेजबानी की गई। यह कार्यक्रम मुंबई के नेस्को एग्ज़िबिशन सेंटर (NESCO Exhibition Centre) में आयोजित हुआ।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन गृह मंत्रालय और सहयोग मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री श्री अमित शाह ने किया।
IMW 2025 का विषय (Theme) था —
“Uniting Oceans, One Maritime Vision”
(“महासागरों को एकजुट करना, एक समुद्री दृष्टि”)
भारत समुद्री सप्ताह 2025 की प्रमुख झलकियाँ:
मुख्य कार्यक्रम:
भारत समुद्री सप्ताह (IMW) 2025 के दौरान कई प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें शामिल हैं —
चौथा ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट (4th GMIS)
द्वितीय सागरमंथन (बंदरगाह और नौवहन पर चिंतन शिविर)
ग्रीन मैरीटाइम डे (GMD)
ग्लोबल मैरीटाइम सीईओ फोरम (GMCEF)
क्वाड पोर्ट्स ऑफ द फ्यूचर पार्टनरशिप (QPFP)
यूएनईएसकैप संवाद (UNESCAP Dialogue) — एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सतत समुद्री विकास पर संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (UNESCAP) का संवाद।
प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी:
29 अक्टूबर, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल मैरीटाइम सीईओ फोरम (Global Maritime CEO Forum) की अध्यक्षता की, जो IMW 2025 का प्रमुख आकर्षण रहा।
इस फोरम का उद्देश्य एक सतत, लचीला और भविष्य के लिए तैयार समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र बनाना था, जो भारत सरकार की “Maritime Amrit Kaal Vision (MAKV) 2047” के अनुरूप है।
नई पहलें:
इस आयोजन के दौरान सरकार ने ₹2.2 लाख करोड़ (लगभग USD 26 बिलियन) के निवेश योजना की घोषणा की, जिसमें 437 नए जहाजों के ऑर्डर शामिल हैं, ताकि भारत की समुद्री शक्ति और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाया जा सके।
NMHC लोगो का अनावरण:
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल (MoPSW) ने नेशनल मैरीटाइम हेरिटेज कॉम्प्लेक्स (NMHC) का लोगो जारी किया।
मैरीटाइम एक्सीलेंस अचीवर्स अवार्ड्स 2025:
दीनदयाल पोर्ट प्राधिकरण (Deendayal Port Authority – DPA), कांडला (गुजरात) को “Port Sustainability Pioneer” और “Driving Maritime Innovation” जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
वहीं, पारादीप पोर्ट प्राधिकरण (Paradip Port Authority – PPA), पारादीप (ओडिशा) को “Future Port Concept” के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनी पुरस्कार (Best Exhibit Award) प्रदान किया गया।
(02)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात यात्रा का सारांश (30 – 31 अक्टूबर, 2025)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 से 31 अक्टूबर, 2025 तक गुजरात का दौरा किया, जहाँ उन्होंने राष्ट्रीय एकता दिवस (Rashtriya Ekta Diwas) के समारोहों में भाग लिया।
यह दिवस भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में एकता नगर, केवडिया (गुजरात) में मनाया गया।
अपने दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने ₹1,140 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
मुख्य परियोजनाएँ:
1. ई-बसों का शुभारंभ:
प्रधानमंत्री मोदी ने 25 नई इलेक्ट्रिक (ई)-बसों का शुभारंभ किया, जिनकी लागत ₹30 करोड़ है।
इसके साथ ही एकता नगर में पर्यटकों के लिए मुफ्त परिवहन सेवाएँ देने वाली ई-बसों की कुल संख्या बढ़कर 55 हो गई है।
2. अवसंरचना (Infrastructure) परियोजनाएँ:
प्रधानमंत्री ने कई नव-निर्मित परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें शामिल हैं —
GSEC और SSNL क्वार्टर, लागत – ₹56.33 करोड़
बिरसा मुंडा भवन, लागत – ₹303 करोड़
हॉस्पिटैलिटी डिस्ट्रिक्ट (फेज-I), गरुडेश्वर, लागत – ₹54.65 करोड़
इनके अलावा अन्य कई परियोजनाएँ भी उद्घाटित की गईं।
3. विकासात्मक परियोजनाएँ (Developmental Projects):
पीएम मोदी ने 10 प्रमुख विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिनमें शामिल हैं —
Museum of the Royal Kingdoms of India – ₹367.25 करोड़
Visitor Centre – ₹140.45 करोड़
वीर बालक उद्यान – ₹90.46 करोड़
Statue of Unity पर ट्रैवलेटर एक्सटेंशन – ₹27.43 करोड़
24-मीटर चौड़ी एकता नगर कॉलोनी रोड – ₹22.29 करोड़
जेट्टी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट – ₹12.50 करोड़
CISF बैरक निर्माण – ₹3.48 करोड़
शूलपनेश्वर मंदिर के पास जेट्टी – ₹12.50 करोड़
रेन फॉरेस्ट प्रोजेक्ट – ₹12.85 करोड़
स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स – ₹23.60 करोड़
राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह:
31 अक्टूबर, 2025 को प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय एकता दिवस समारोहों में भाग लिया और सरदार वल्लभभाई पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की।
उन्होंने “एकता दिवस प्रतिज्ञा” दिलाई और एकता नगर में आयोजित परेड का निरीक्षण किया।
आरंभ 7.0 कार्यक्रम:
उसी दिन प्रधानमंत्री मोदी ने आरंभ 7.0 (Aarambh 7.0) कार्यक्रम के समापन अवसर पर 100वें फाउंडेशन कोर्स के अधिकारी प्रशिक्षुओं (Officer Trainees) से संवाद किया।
इस वर्ष के आरंभ कार्यक्रम की थीम थी — “Reimagining Governance” (शासन की नई परिकल्पना)।
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UIDAI ने ‘आधार विज़न 2032’ ढांचा किया लॉन्च — डिजिटल पहचान प्रणाली को भविष्य के लिए सुरक्षित बनाने की पहल
अक्टूबर 2025 में, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने “Aadhaar Vision 2032” नामक एक व्यापक रणनीतिक और तकनीकी रोडमैप लॉन्च किया।
इस पहल का उद्देश्य आने वाले दशक के लिए भारत की आधार डिजिटल पहचान प्रणाली (Aadhaar Digital Identity System) को भविष्य के अनुरूप और सुरक्षित बनाना है।
मुख्य उद्देश्य:
‘आधार विज़न 2032’ का लक्ष्य है —
आधार की रणनीति और तकनीकी ढांचे को नए कानूनों और उभरती तकनीकी प्रगतियों के अनुरूप अद्यतन करना।
डिजिटल पहचान पारिस्थितिकी तंत्र (Digital Identity Ecosystem) को और अधिक सशक्त, पारदर्शी और सुरक्षित बनाना।
विशेषज्ञ समिति (Expert Committee):
UIDAI ने इस विज़न के कार्यान्वयन हेतु एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति (High-Level Expert Committee) गठित की है, जिसकी अध्यक्षता नीलकंठ मिश्रा, UIDAI के अध्यक्ष (Chairperson) द्वारा की जा रही है।
इस समिति में कुल 11 सदस्य शामिल हैं —
भुवनेश कुमार – मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), UIDAI
विवेक राघवन – सह-संस्थापक, Sarvam Artificial Intelligence (AI)
धीरेज पांडे – संस्थापक, Nutanix
ससिकुमार गणेशन – प्रमुख, इंजीनियरिंग, Modular Open-Source Identity Platform (MOSIP)
राहुल मथन – पार्टनर, Trilegal
नवीन बुधिराजा – मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) एवं हेड ऑफ प्रोडक्ट्स, Vianai Systems
डॉ. प्रभाहरन पूर्नचंद्रन – प्रोफेसर, अमृता विश्वविद्यालय, कोयंबटूर (तमिलनाडु)
अनिल जैन – प्रोफेसर, मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी, अमेरिका
मयंक वत्सा – प्रोफेसर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) जोधपुर, राजस्थान
अभिषेक कुमार सिंह – उप महानिदेशक (Deputy Director General), UIDAI
यह पहल भारत की डिजिटल पहचान प्रणाली को मजबूत करने और वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
(04)
केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने लॉन्च किया मरीन फिशरीज जनगणना 2025 और डिजिटल ऐप्स ‘VyAS–BHARAT’ व ‘VyAS–SUTRA’
अक्टूबर 2025 में, केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय (MoFAH&D) के राज्य मंत्री (MoS) जॉर्ज कुरियन ने पाँचवीं मरीन फिशरीज जनगणना (Marine Fisheries Census – MFC 2025) और दो डिजिटल मोबाइल एप्लिकेशन — ‘Village-Jetty Appraisal Navigator (VyAS)–BHARAT’ तथा ‘VyAS–SUTRA’ — को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के केंद्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान (CMFRI), कोच्चि (केरल) में लॉन्च किया।
MFC 2025 हाउसहोल्ड एन्यूमरेशन के बारे में:
1. डिजिटल रूपांतरण की दिशा में बड़ा कदम:
मरीन फिशरीज जनगणना 2025 (MFC 2025) पारंपरिक कागज़-आधारित सर्वेक्षण से हटकर एक पूरी तरह डिजिटल, पेपरलेस और जियो-रेफरेंस्ड जनगणना है।
इसमें मोबाइल और टैबलेट ऐप्स के माध्यम से डेटा संग्रह और जियो-टैगिंग की सुविधा होगी।
2. थीम (Theme):
“Smart Census, Smarter Fisheries”
(“स्मार्ट जनगणना, स्मार्ट मत्स्य पालन”)
3. अवधि (Duration):
मुख्य हाउसहोल्ड डेटा संग्रह 45 दिनों तक किया जाएगा —
3 नवंबर से 18 दिसंबर, 2025 तक —
जो भारत के सभी तटीय राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में होगा।
4. कवरेज (Coverage):
इस जनगणना में लगभग —
12 लाख (1.2 मिलियन) मछुआरा परिवार,
5,000 समुद्री मत्स्य गाँव और बस्तियाँ,
13 तटीय राज्य और केंद्रशासित प्रदेश,
जिनमें अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप भी शामिल हैं।
5. डिजिटल एप्लिकेशन (Applications):
यह पहल ICAR–CMFRI द्वारा विकसित बहुभाषी एंड्रॉइड ऐप्स पर आधारित है। इनमें प्रमुख ऐप्स हैं —
VyAS–NAV: मछली पकड़ने वाले गाँवों और बंदरगाहों के सत्यापन (validation) के लिए।
VyAS–BHARAT: घरों और बुनियादी ढाँचे की गणना (enumeration) के लिए।
VyAS–SUTRA: वास्तविक समय में पर्यवेक्षण (supervision) और जनगणना कार्य की निगरानी (monitoring) के लिए।
यह जनगणना भारत के समुद्री मत्स्य क्षेत्र को आधुनिक डेटा और डिजिटल नवाचार के माध्यम से सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है।
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भारत फरवरी 2026 में विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) में आयोजित करेगा MILAN 2026, IFR और IONS Conclave of Chiefs
अक्टूबर 2025 में, भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने घोषणा की कि विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) 15 से 25 फरवरी, 2026 तक तीन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय समुद्री आयोजनों की मेज़बानी करेगा —
International Fleet Review (IFR) 2026
Exercise MILAN 2026
Indian Ocean Naval Symposium (IONS) Conclave of Chiefs
यह पहली बार होगा जब भारत इन तीनों प्रमुख नौसैनिक आयोजनों की एक साथ मेज़बानी करेगा।
मुख्य जानकारी एक नज़र में:
क्या: भारत तीन प्रमुख नौसैनिक कार्यक्रमों की मेज़बानी करेगा
कार्यक्रम: IFR 2026, MILAN 2026, और IONS Conclave of Chiefs
घोषणा द्वारा: भारतीय नौसेना (Indian Navy)
स्थान: विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश
तिथि: 15 से 25 फरवरी, 2026
महत्व: पहली बार तीनों कार्यक्रम एक साथ आयोजित होंगे
मुख्य आयोजन और उनकी झलकियाँ:
1. International Fleet Review (IFR) 2026
आयोजन तिथि: 18 फरवरी, 2026
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले नौसैनिक जहाज़ों का निरीक्षण करेंगी।
यह भारत का तीसरा IFR होगा।
इसमें पहली बार स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत और कलवरी-श्रेणी की पनडुब्बियाँ प्रदर्शित की जाएँगी।
यह भारत की बढ़ती नौसैनिक क्षमता और आत्मनिर्भर रक्षा शक्ति (Aatmanirbhar Defence Power) का प्रतीक होगा।
2. Exercise MILAN 2026
MILAN भारतीय नौसेना की पूर्वी नौसैनिक कमान (Eastern Naval Command – ENC) के तहत आयोजित एक द्विवार्षिक बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है।
इसमें दो चरण होंगे —
हार्बर फेज़: जिसमें अनुभव साझा करना, पेशेवर विचार-विमर्श, और सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा की जाएगी।
सी फेज़: जिसमें पनडुब्बी रोधी युद्ध (Anti-Submarine Warfare), वायु रक्षा (Air Defence), और समुद्री खोज एवं बचाव (Search & Rescue) अभ्यास शामिल होंगे।
3. IONS Conclave of Chiefs
इस सम्मेलन में भारतीय महासागर क्षेत्र (Indian Ocean Region) के सदस्य और पर्यवेक्षक देशों के नौसेना प्रमुख (Naval Chiefs) भाग लेंगे।
चर्चा के मुख्य विषय होंगे —
समुद्री सुरक्षा (Maritime Security)
मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR)
सूचना-साझाकरण ढाँचा (Information-Sharing Frameworks)
यह आयोजन भारत की वैश्विक नौसैनिक भूमिका और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
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भारत द्वारा वित्तपोषित बहु-जातीय त्रिभाषी विद्यालय का श्रीलंका में उद्घाटन
31 अक्टूबर 2025 को भारत सरकार (Government of India) द्वारा वित्तपोषित एक बहु-जातीय त्रिभाषी माध्यमिक विद्यालय (Multi-ethnic Trilingual Secondary School) का उद्घाटन श्रीलंका के पोलोन्नारुवा ज़िले (Polonnaruwa District) में किया गया।
यह विद्यालय श्रीलंका की शिक्षा मंत्री हरीनी अमरासूरिया (Harini Amarasuriya) और भारत के उच्चायुक्त संतोष झा (Santosh Jha) द्वारा संयुक्त रूप से उद्घाटित किया गया।
मुख्य जानकारी एक नज़र में:
क्या: बहु-जातीय त्रिभाषी माध्यमिक विद्यालय का उद्घाटन
कहां: पोलोन्नारुवा ज़िला, श्रीलंका
द्वारा: भारत सरकार
पहल: भारत की High Impact Community Development Projects (HICDP) योजना के तहत
वित्त पोषण: एलकेआर 320 मिलियन (LKR 320 million)
भाषाएँ: सिंहला (Sinhala), तमिल (Tamil) और अंग्रेज़ी (English)
विद्यालय के बारे में जानकारी:
1. परियोजना का कार्यान्वयन
यह परियोजना भारत की प्रमुख विकास पहल High Impact Community Development Projects (HICDP) के तहत लागू की गई है।
इसका उद्देश्य श्रीलंका में समावेशी शिक्षा (Inclusive Education) और सामुदायिक विकास (Community Development) को बढ़ावा देना है।
2. वित्तीय सहायता
यह पहल भारत और श्रीलंका के बीच फरवरी 2017 में हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (MoU) के तहत शुरू हुई थी।
विद्यालय के निर्माण के लिए भारत सरकार द्वारा 320 मिलियन श्रीलंकाई रुपये (LKR 320 million) की अनुदान सहायता (Grant) दी गई।
3. त्रिभाषीय शिक्षा व्यवस्था
विद्यालय में सिंहला, तमिल और अंग्रेज़ी तीन भाषाओं में शिक्षा प्रदान की जाएगी।
यह पहल विभिन्न भाषाई और सांस्कृतिक समुदायों के बीच सौहार्द और सामाजिक एकता (Social Cohesion) को बढ़ावा देगी।
4. क्षमता निर्माण (Capacity Building)
भारत और श्रीलंका मिलकर शिक्षकों और शिक्षा प्रशासकों (Education Administrators) के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेंगे।
इसका उद्देश्य व्यावसायिक कौशल सुधार (Professional Skill Development) और वैश्विक शैक्षणिक मानकों को अपनाना (Adopting Global Best Practices) है।
यह परियोजना भारत-श्रीलंका के गहरे सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक संबंधों को मजबूत करती है और क्षेत्रीय समावेशी विकास एवं बहुभाषिक शिक्षा के क्षेत्र में भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
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AXISCADES Technologies और फ्रांस की Cilas S.A. के बीच ड्रोन रोधी (C-UAS) सिस्टम विकसित करने के लिए समझौता (MoU) पर हस्ताक्षर
अक्टूबर 2025 में, भारत की रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी AXISCADES Technologies Limited ने फ्रांस की लेज़र तकनीक में अग्रणी कंपनी Cilas S.A. के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए।
इस समझौते का उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों (Indian Armed Forces) के लिए एक उन्नत Counter-Unmanned Aerial System (C-UAS) ड्रोन सिस्टम का संयुक्त विकास और प्रमोशन करना है।
मुख्य जानकारी एक नज़र में:
क्या: AXISCADES और Cilas S.A. के बीच MoU पर हस्ताक्षर
संस्थाएँ: AXISCADES Technologies Limited (भारत) और Cilas S.A. (फ्रांस)
उद्देश्य: उन्नत वाहन-स्थापित Counter-Drone System (C-UAS) विकसित करना
के लिए: भारतीय सशस्त्र बल (Indian Armed Forces)
मुख्य तकनीक: Helma-P High-Energy Laser Weapon System
AXISCADES–Cilas सहयोग के बारे में:
1. उद्देश्य (Aim)
इस साझेदारी का मुख्य लक्ष्य Cilas के Helma-P लेज़र सिस्टम को वाहन-आधारित रक्षा प्लेटफॉर्म्स में एकीकृत करना है, ताकि भारत की काउंटर-ड्रोन क्षमता (Counter-Drone Capability) को मज़बूती मिले।
2. डिज़ाइन और विकास (Design & Development)
AXISCADES भारतीय सेना की विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सिस्टम आर्किटेक्चर (System Architecture) का डिज़ाइन तैयार करेगी।
दोनों कंपनियाँ मिलकर एक वाहन-स्थापित C-UAS सिस्टम का संयुक्त विकास करेंगी, जिसमें Helma-P उच्च-ऊर्जा लेज़र सिस्टम को AXISCADES के देशी कमांड और कंट्रोल सिस्टम के साथ जोड़ा जाएगा।
3. आत्मनिर्भर भारत के अनुरूप (Alignment with ‘Atmanirbhar Bharat’)
यह सहयोग ‘आत्मनिर्भर भारत’ (Self-Reliant India) पहल के अनुरूप है।
दोनों कंपनियों की योजना है कि इस तकनीक का स्थानीय निर्माण (Localization) और रखरखाव (Maintenance) भारत में ही किया जाए।
महत्व
यह समझौता भारत की रक्षा प्रौद्योगिकी में स्वदेशीकरण और आधुनिक लेज़र-आधारित एंटी-ड्रोन सिस्टम विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इससे भारत की ड्रोन खतरों से निपटने की क्षमता (Counter-UAS Defence Capability) और भी सुदृढ़ होगी।
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City Union Bank ने IFC से 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर का फंड प्राप्त किया, ग्रीन MSME फाइनेंसिंग को बढ़ावा देने हेतु
अक्टूबर 2025 में City Union Bank (CUB) को इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) — जो विश्व बैंक समूह (World Bank Group) का सदस्य है — से 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर (USD 50 Million) का फंड प्राप्त हुआ।
इसका उद्देश्य ग्रीन फाइनेंसिंग को बढ़ावा देना और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSMEs) को ऊर्जा-कुशल (Energy-efficient) और सतत (Sustainable) प्रथाएँ अपनाने में सहायता प्रदान करना है।
मुख्य जानकारी:
• क्या: City Union Bank को IFC से USD 50 मिलियन की फंडिंग
• देनदार संस्था: International Finance Corporation (IFC)
• उद्देश्य: ग्रीन फाइनेंसिंग और MSME क्षेत्र को समर्थन देना
• मुख्य क्षेत्र: सौर (Solar) और पवन (Wind) ऊर्जा समाधान
• संरेखण: भारत के “Net-Zero by 2070” लक्ष्य के अनुरूप
ऋण (Loan) का उद्देश्य:
• MSMEs को ऊर्जा-कुशल और लागत-प्रभावी समाधान अपनाने में सहायता प्रदान करना।
• सतत विकास (Sustainable Growth) को बढ़ावा देना।
• कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emission) में कमी लाना।
फंड का उपयोग (Utilisation):
• यह राशि MSME क्षेत्र में नई लोन परियोजनाओं और
सौर एवं पवन ऊर्जा से संबंधित पुनर्वित्त (Refinancing) के लिए उपयोग की जाएगी।
राष्ट्रीय लक्ष्य से जुड़ाव (Alignment with National Goal):
• यह साझेदारी भारत के “Net-Zero 2070” लक्ष्य का समर्थन करती है।
• यह MSME क्षेत्र में ग्रीन टेक्नोलॉजी अपनाने और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार व्यवसाय को प्रोत्साहित करती है।
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L&T ने GA-ASI के साथ साझेदारी की — भारत में MALE ड्रोन निर्माण हेतु समझौता
अक्टूबर 2025 में Larsen & Toubro Limited (L&T) ने General Atomics Aeronautical Systems Inc. (GA-ASI) — जो संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) की एक अग्रणी Unmanned Aircraft Systems (UAS) निर्माता कंपनी है — के साथ एक रणनीतिक साझेदारी (Strategic Partnership) की घोषणा की।
इस साझेदारी का उद्देश्य भारत में Medium Altitude Long Endurance (MALE) श्रेणी के Remotely Piloted Aircraft Systems (RPAS) का निर्माण करना है, जो भारतीय सशस्त्र बलों (Indian Armed Forces) के लिए बनाए जाएंगे।
मुख्य जानकारी:
• क्या: साझेदारी की घोषणा
• किनके बीच: L&T (भारत) और GA-ASI (अमेरिका)
• उद्देश्य: भारत में MALE RPAS ड्रोन का निर्माण
• निर्धारित संख्या: 87 MALE RPAS रक्षा मंत्रालय (MoD) के अधीन
• ड्रोन श्रृंखला: MQ-Series
L&T–GA-ASI रणनीतिक साझेदारी के मुख्य बिंदु:
• 87 MALE RPAS:
यह सहयोग रक्षा मंत्रालय (MoD) की योजना का हिस्सा है, जिसके तहत 87 MALE ड्रोन शामिल किए जाएंगे, ताकि भारत की निगरानी (Surveillance), जासूसी (Reconnaissance) और प्रेसिजन स्ट्राइक (Precision Strike) क्षमताओं को सुदृढ़ किया जा सके।
• संस्थाओं की भूमिकाएँ:
• L&T मुख्य बोलीदाता (Prime Bidder) के रूप में कार्य करेगा।
• GA-ASI तकनीकी साझेदार (Technology Partner) होगा, जो उन्नत ड्रोन तकनीक और सिस्टम इंटीग्रेशन विशेषज्ञता प्रदान करेगा।
• MQ-Series:
बनने वाले ड्रोन GA-ASI की प्रसिद्ध MQ-Series RPAS परिवार के होंगे, जिनमें शामिल हैं —
Predator, MQ-9A Reaper, MQ-1C Gray Eagle, MQ-20 Avenger, और MQ-9B Sky Guardian/Sea Guardian।
ये ड्रोन पहले से ही वैश्विक स्तर पर निगरानी और युद्ध अभियानों में सफल प्रदर्शन कर चुके हैं।
महत्व:
• यह साझेदारी आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) अभियान को मजबूती देती है।
• यह भारत–अमेरिका रक्षा संबंधों को और गहरा करती है।
• यह तकनीकी हस्तांतरण (Technology Transfer) को प्रोत्साहित करती है।
• साथ ही, भारत के एयरोस्पेस विनिर्माण क्षेत्र (Aerospace Manufacturing Base) को सशक्त बनाती है।
(10)
Zen Technologies को रक्षा मंत्रालय (MoD) से 289 करोड़ रुपये के एंटी-ड्रोन सिस्टम ऑर्डर प्राप्त
अक्टूबर 2025 में Zen Technologies Limited ने रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence – MoD) से लगभग ₹289 करोड़ मूल्य के दो अनुबंध (Contracts) हासिल किए।
इनका उद्देश्य एंटी-ड्रोन सिस्टम्स (Anti-Drone Systems) को अपग्रेड और आधुनिक (Upgrade and Modernize) करना है।
इन परियोजनाओं को एक वर्ष के भीतर पूरा करने की योजना है।
मुख्य जानकारी:
• क्या: Zen Technologies को एंटी-ड्रोन सिस्टम्स के लिए अनुबंध मिले
• किससे: रक्षा मंत्रालय (MoD)
• मूल्य: ₹289 करोड़
• उद्देश्य: भारत की Counter-Unmanned Aircraft Systems (C-UAS) क्षमता को सशक्त बनाना
ऑर्डर का विवरण:
• उद्देश्य (Aim):
इन अनुबंधों का लक्ष्य भारत की काउंटर-अनमैन्ड एयरक्राफ्ट सिस्टम (C-UAS) क्षमता को मजबूत करना है, ताकि देश बढ़ते ड्रोन खतरों का प्रभावी ढंग से मुकाबला कर सके।
• सुधार (Improvise):
अपग्रेड किए गए सिस्टम्स उन्नत स्वदेशी समाधानों (Indigenous Solutions) के माध्यम से
ड्रोन की पहचान (Detection), ट्रैकिंग (Tracking) और न्यूट्रलाइजेशन (Neutralization) क्षमताओं में सुधार करेंगे।
• AI सक्षम रडार सिस्टम (AI-enabled Radar System):
Zen Technologies अपने सिस्टम्स में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) आधारित रडार सिस्टम,
RF सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग मॉड्यूल्स को शामिल करेगी,
जिससे प्रतिक्रिया की गति (Response Time) और सटीकता (Precision) में वृद्धि होगी।
• संरेखण (Alignment):
यह पहल “आत्मनिर्भर भारत” (Atmanirbhar Bharat) दृष्टिकोण के अनुरूप है,
जो स्वदेशी रक्षा नवाचार (Domestic Innovation) और निर्माण (Manufacturing) को बढ़ावा देती है, विशेष रूप से C-UAS क्षेत्र में।
(11)
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान (SNSPA)’ के तहत हासिल किए 3 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स
अक्टूबर 2025 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare – MoHFW) ने महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण के लिए चलाए गए अभियान ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान (Swasth Nari, Sashakt Parivar Abhiyan – SNSPA)’ के तहत 3 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स प्राप्त किए।
इन उपलब्धियों ने भारत के सामूहिक प्रयासों को प्रदर्शित किया है — जिनमें सरकारी पहलें, डिजिटल हेल्थ इनोवेशन और समुदाय की भागीदारी शामिल हैं — जो “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार और विकसित भारत (Healthy Women, Empowered Families, and Viksit Bharat)” की दृष्टि को आगे बढ़ाती हैं।
गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की उपलब्धियाँ:
• अधिकतम पंजीकरण (Maximum Registration):
एक माह में सबसे अधिक लोगों ने हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण किया — 3.21 करोड़ से अधिक।
• अधिकतम स्तन कैंसर जांच (Maximum Screening for Breast Cancer):
केवल एक सप्ताह में 9.94 लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन स्तन कैंसर स्क्रीनिंग के लिए पंजीकरण किया।
• अधिकतम वाइटल साइन जांच (Maximum Screening for Vital Signs):
राज्य स्तर पर एक सप्ताह के भीतर 1.25 लाख से अधिक लोगों ने वाइटल साइन जांच के लिए पंजीकरण किया।
SNSPA अभियान के बारे में:
• प्रारंभ: 17 सितंबर 2025
• समापन: 02 अक्टूबर 2025
• शुभारंभकर्ता: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी
• संयुक्त नेतृत्व: यह पहल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MoWCD) द्वारा संयुक्त रूप से संचालित की गई।
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लखनऊ (उत्तर प्रदेश) को यूनेस्को ने ‘गैस्ट्रोनॉमी के क्रिएटिव सिटी’ के रूप में नामित किया
31 अक्टूबर 2025 को विश्व शहर दिवस (World Cities Day – WCD) के अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने लखनऊ (उत्तर प्रदेश) — नवाबों का शहर — को ‘यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN)’ के तहत ‘गैस्ट्रोनॉमी की क्रिएटिव सिटी (Creative City of Gastronomy)’ के रूप में नामित किया।
यह घोषणा उज़्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित यूनेस्को के 43वें जनरल कॉन्फ्रेंस सत्र के दौरान की गई। इस नामांकन के साथ लखनऊ अब दुनिया के 70 वैश्विक गैस्ट्रोनॉमी हब्स में शामिल हो गया है।
इस सम्मान के साथ, लखनऊ भारत का दूसरा शहर बन गया है जिसे यूसीसीएन के तहत ‘क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी’ का दर्जा प्राप्त हुआ है।
पहला शहर हैदराबाद (तेलंगाना) था।
यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN) के बारे में:
• स्थापना: वर्ष 2004 में
• उद्देश्य: ऐसे शहरों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना जो रचनात्मकता (Creativity) को सतत शहरी विकास का प्रमुख कारक मानते हैं।
• क्रिएटिव फील्ड्स:
हस्तशिल्प और लोक कला (Crafts & Folk Arts)
डिजाइन (Design)
फिल्म (Film)
गैस्ट्रोनॉमी (Gastronomy)
साहित्य (Literature)
मीडिया आर्ट्स (Media Arts)
संगीत (Music)
2025 में नया जोड़ा गया क्षेत्र: वास्तुकला (Architecture)
2025 में यूसीसीएन का विस्तार:
• वर्ष 2025 में यूनेस्को ने 58 नए शहरों को सदस्य बनाया, जिससे नेटवर्क की कुल संख्या 408 शहरों (100+ देशों) तक पहुँच गई।
• कुछ प्रमुख नए शहर (2025):
किसुमु (केन्या) और न्यू ऑरलियन्स (अमेरिका) – संगीत के लिए
रियाद (सऊदी अरब) – डिजाइन के लिए
माटोसीनहोस (पुर्तगाल) और कुएंका (इक्वाडोर) – गैस्ट्रोनॉमी के लिए
गीज़ा (मिस्र) – फिल्म के लिए
रोवानिएमी (फिनलैंड) – वास्तुकला के लिए
मलंग (इंडोनेशिया) – मीडिया आर्ट्स के लिए
एबरीस्टविथ (यूनाइटेड किंगडम) – साहित्य के लिए
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Dabang Delhi K.C. Clinched Pro Kabaddi League Season 12 Title Over Puneri Paltan
अक्टूबर 2025 में, Dabang Delhi Kabaddi Club (K.C.) ने Pro Kabaddi League (PKL) Season 12 का खिताब Puneri Paltan को 31–28 से हराकर जीत लिया। यह मुकाबला थ्यागराज इंडोर स्टेडियम, नई दिल्ली में आयोजित हुआ।
इस जीत के साथ, Dabang Delhi K.C. ने अपना दूसरा पीकेएल खिताब (Season 8 के बाद) जीता और 2015 में U Mumba (सीजन 2) के बाद अपनी होम ग्राउंड पर ट्रॉफी जीतने वाली पहली टीम बन गई।
मुख्य विवरण:
इवेंट: प्रो कबड्डी लीग (PKL) सीजन 12 फाइनल
विजेता: डबंग दिल्ली K.C.
रनर-अप: पुणेरी पलटन
स्थान: थ्यागराज इंडोर स्टेडियम, नई दिल्ली
खिताब संख्या: 2 (Season 8, Season 12)
2025 PKL सीजन 12 हाइलाइट्स:
• मुख्य खिलाड़ी:
नीरज नरवाल – 8 अंक (सुपर रेड)
अजिंक्य पवार – 6 अंक (पहला ऑल आउट)
अदित्य शिंदे (पुणेरी पलटन) – सुपर 10 प्रदर्शन
• कोच उपलब्धि:
जोगिंदर नरवाल, डबंग दिल्ली के कोच, ने खिलाड़ी और कोच दोनों रूप में एक ही टीम के साथ पीकेएल खिताब जीतने की अनोखी उपलब्धि हासिल की।
• रिकॉर्ड ब्रेकर:
फज़ल अत्राचली, डबंग दिल्ली के लिए खेलते हुए, PKL इतिहास के सबसे सफल विदेशी खिलाड़ी बन गए, और अपने डिफेंसिव कौशल से नया मापदंड स्थापित किया।
• पुणेरी पलटन प्रदर्शन:
अदित्य शिंदे: सुपर 10
अबिनेश नडाराजन: 4 टैकल पॉइंट्स और 3 सुपर टैकल
सीजन 12 के महत्वपूर्ण अवॉर्ड्स:
• Most Valuable Player (MVP): फज़ल अत्राचली (डबंग दिल्ली K.C.)
• Raider of the Season: अयान लोहचब (पटना पाइरेट्स)
• Defender of the Season: नवदीप (पटना पाइरेट्स)
• New Young Player (NYP) of the Season: दीपक शंकर (बेंगलुरु बुल्स)
प्रो कबड्डी लीग (PKL) के बारे में:
स्थापना वर्ष: 2014
संस्थापक: Mashal Sports Pvt. Ltd. और Star India Pvt. Ltd.
शासन: Amateur Kabaddi Federation of India (AKFI)
सबसे ज्यादा खिताब जीतने वाली टीमें:
पटना पाइरेट्स – 3 खिताब
जयपुर पिंक पैंथर्स – 3 खिताब
डबंग दिल्ली K.C. – 2 खिताब
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Indian Tennis Star Rohan Bopanna Announces Retirement from Professional Tennis
नवंबर 2025 में, भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन मचांडा बोपन्ना, जिन्होंने दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीते और तीन ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, ने प्रोफेशनल टेनिस से संन्यास (Retirement) की घोषणा की।
उनका करियर दो दशकों से अधिक तक फैला रहा और उन्होंने भारतीय टेनिस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
मुख्य विवरण:
क्या: भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने संन्यास की घोषणा की
कब: नवंबर 2025
से: प्रोफेशनल टेनिस
करियर अवधि: 20+ वर्ष (2003–2025)
ग्रैंड स्लैम खिताब: 2
2017 फ्रेंच ओपन (मिक्स्ड डबल्स, Gabriela Dabrowski के साथ)
2024 ऑस्ट्रेलियन ओपन (मेंस डबल्स, Matthew Ebden के साथ)
ATP खिताब: 26
ओलंपिक सहभागिता: 3 बार (लंदन 2012, रियो 2016, पेरिस 2024)
पुरस्कार:
पद्म श्री (2024)
अर्जुन अवॉर्ड (2019)
एकलव्य अवॉर्ड (2005)
अन्य उपलब्धियाँ: एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक (2018, जकार्ता)
रोहन मचांडा बोपन्ना के बारे में:
• करियर की शुरुआत: 2003 में प्रोफेशनल टेनिस करियर की शुरुआत की और भारत के सबसे सफल डबल्स खिलाड़ियों में से एक बने।
• विश्व रैंकिंग: जनवरी 2024 में, वे विश्व नंबर 1 (मेंस डबल्स) बने — यह उपलब्धि हासिल करने वाले सबसे उम्रदराज़ खिलाड़ी बने।
• ATP टूर रिकॉर्ड: 26 ATP डबल्स खिताब जीते, जिनमें 6 ATP Masters 1000 टूर्नामेंट शामिल हैं।
• भारत के लिए प्रतिनिधित्व:
20 से अधिक डेविस कप टाई में भारत का प्रतिनिधित्व किया
तीन ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया (2012, 2016, 2024)
2018 एशियाई खेलों (जकार्ता) में पुरुष युगल में स्वर्ण पदक जीता
• सामाजिक योगदान:
Rohan Bopanna Tennis Academy (RBTA) की स्थापना की
भारत में UTR Pro Tennis Tour शुरू किया
Bhoomi Program लॉन्च किया — जिससे आर्थिक रूप से कमजोर खिलाड़ियों को सहायता मिलती है
अपने अभियान “Stop War, Start Tennis” के माध्यम से पाकिस्तानी खिलाड़ी Aisam-ul-Haq Qureshi के साथ मिलकर खेल के जरिए शांति और एकता का संदेश दिया
टेनिस पेशेवर संघ (Association of Tennis Professionals – ATP) के बारे में:
• पूरा नाम: टेनिस पेशेवर संघ (एटीपी)
• अध्यक्ष: आंद्रिया गौडेंज़ी
• स्थापना वर्ष: 1972
• मुख्यालय: लंदन, यूनाइटेड किंगडम (यूके)
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विश्व वीगन दिवस 2025 – 1 नवंबर
• विश्व वीगन दिवस (World Vegan Day – WVD) हर वर्ष 1 नवंबर को पूरी दुनिया में मनाया जाता है।
• इसका उद्देश्य लोगों में वीगन आहार के स्वास्थ्य और कल्याण से जुड़े फायदों के बारे में जागरूकता फैलाना है।
क्या:
• विश्व वीगन दिवस (WVD) 2025
कब:
• 1 नवंबर
उद्देश्य:
• वीगन आहार के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
उत्पत्ति:
• 1994 में लुईस वॉलिस (Louise Wallis), जो वीगन सोसाइटी (The Vegan Society) की चेयरपर्सन थीं, द्वारा स्थापित किया गया।
पहली बार मनाया गया:
• 1 नवंबर 1994
संस्थापक:
• लुईस वॉलिस
संगठन:
• द वीगन सोसाइटी, यूनाइटेड किंगडम (UK)
विश्व वीगन माह:
• 1 नवंबर से 30 नवंबर तक मनाया जाता है।
पृष्ठभूमि (Background)
• 1994 में यूनाइटेड किंगडम की वीगन सोसाइटी की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में लुईस वॉलिस ने विश्व वीगन दिवस की स्थापना की।
• वीगन सोसाइटी की स्थापना मूल रूप से 1 नवंबर 1944 को डोनाल्ड वॉटसन (Donald Watson) और उनके साथियों ने इंग्लैंड में की थी।
• इस संस्था का उद्देश्य एक ऐसा जीवन अपनाना था जो पशु शोषण से मुक्त हो।
• पहला विश्व वीगन दिवस 1 नवंबर 1994 को मनाया गया था।
• तब से हर साल नवंबर माह को विश्व वीगन माह के रूप में मनाया जाता है, जो 1 नवंबर से शुरू होता है और वीगन समुदाय के वैश्विक योगदान को सम्मानित करता है।
महत्व (Significance)
• “Vegan” शब्द 1944 में इंग्लैंड के पशु अधिकार कार्यकर्ता और वीगन सोसाइटी के सह-संस्थापक डोनाल्ड वॉटसन (Donald Watson) ने गढ़ा था।
• यह शब्द “vegetarian” के पहले और आखिरी अक्षरों से लिया गया है, जो शाकाहार से एक कदम आगे बढ़ने का प्रतीक है।
• 1 नवंबर की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि यह हैलोवीन (31 अक्टूबर) और डे ऑफ द डेड (2 नवंबर) के बीच आती है — ये दोनों दिन पारंपरिक रूप से उत्सव और भोजन से जुड़े होते हैं।
वीगनिज़्म क्या है? (About Veganism)
• वीगनिज़्म एक जीवनशैली है जो पशु शोषण से दूर रहने और पौधों पर आधारित, cruelty-free विकल्पों को बढ़ावा देती है।
• यह जीवनशैली भोजन, वस्त्र और अन्य दैनिक उपयोग की चीज़ों पर भी लागू होती है।
प्रकार:
• डायटरी वीगन (Dietary Vegans): केवल भोजन में पशु उत्पादों से परहेज़ करते हैं।
• एथिकल वीगन (Ethical Vegans): जीवन के हर क्षेत्र में पशु उत्पादों का उपयोग नहीं करते।
• एनवायरनमेंटल वीगन (Environmental Vegans): पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए यह जीवनशैली अपनाते हैं।
भोजन:
• वीगन लोग पौधों पर आधारित आहार अपनाते हैं।
• वे मांस, अंडे, डेयरी उत्पाद और जेलाटिन, केसिन, व्हे जैसे पदार्थों से परहेज़ करते हैं।
लाभ:
• स्वास्थ्य में सुधार होता है।
• दयालुता और करुणा बढ़ती है।
• पर्यावरण की रक्षा होती है।
• पाचन और ऊर्जा स्तर बेहतर होते हैं।
• बीमारियों का खतरा कम होता है।
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पत्रकारों के खिलाफ अपराधों में दंड से मुक्ति समाप्त करने का अंतरराष्ट्रीय दिवस 2025 – 2 नवंबर
• संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा घोषित पत्रकारों के खिलाफ अपराधों में दंड से मुक्ति समाप्त करने का अंतरराष्ट्रीय दिवस (International Day to End Impunity for Crimes against Journalists – IDEI) हर वर्ष 2 नवंबर को मनाया जाता है।
• इसका उद्देश्य पत्रकारों पर हमलों के मामलों में दंडमुक्ति (Impunity) के खतरे के प्रति वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है।
कार्यक्रम का नाम:
• International Day to End Impunity for Crimes against Journalists 2025
कब मनाया जाता है:
• 2 नवंबर 2025
पहली बार मनाया गया:
• 2 नवंबर 2014
आयोजक संस्था:
• यूनेस्को (UNESCO), पेरिस, फ्रांस
2025 की थीम:
• “Chat GBV: Raising Awareness on AI-facilitated Gender-Based Violence against Women Journalists”
मुख्य फोकस:
• यह थीम महिलाओं पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते डिजिटल खतरों पर केंद्रित है।
• इसमें टेक्नोलॉजी-आधारित लैंगिक हिंसा (Technology-Facilitated Gender-Based Violence – TFGBV) जैसे
• आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा बनाए गए डीपफेक,
• लैंगिक भेदभावपूर्ण गलत जानकारी (Gendered Disinformation),
• और ऑनलाइन उत्पीड़न (Online Harassment)
जैसे मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
उद्देश्य:
• पत्रकारों के खिलाफ हिंसा और अपराधों में दंड से मुक्ति की संस्कृति को समाप्त करना।
• अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेस की सुरक्षा को सशक्त बनाना।
• वैश्विक स्तर पर उन पत्रकारों को सम्मान देना जिन्होंने सच्चाई दिखाने के प्रयास में अपने प्राण गंवाए।